राजस्थान में मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों से संबंधित विश्लेषणात्मकअध्ययन
Author(s): साबरीन फातिमा, सपना गहलोत
Abstract: भारत एक बहुसंस्कृति, बहुधार्मिक और विविधतापूर्ण देश है। भारत में मुस्लिम समुदाय देश का दूसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं, जिसमें महिलाओं की स्थिति का चिंतन का विषय रही हैं। भारतीय समाज पुरूष प्रधान समाज होने के कारण मुस्लिम महिलाएँ इस पुरूष प्रधान समाज में कई प्रकार की सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करती है लेकिन समय के साथ उनमें चेतना और परिवर्तन की प्रवृत्ति भी विकसित हो रही है। प्रस्तुत शोध पत्र राजस्थान राज्य में मुस्लिम महिलाओं की सामाजिक एवं राजनीतिक चेतना का 2000-2022 तक के कालखंड में विश्लेषणात्मक अध्ययन प्रस्तुत करता है। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि बीते दो दशकों में मुस्लिम महिलाओं की सामाजिक स्थिति, शैक्षिक स्तर, आत्मनिर्भरता और राजनीतिक भागीदारी में किस प्रकार के परिवर्तन आए हैं।
किन कारकों ने उनकी चेतना को प्रभावित किया हैं। हालांकि स्वतंत्रता क¢ बाद से मुस्लिम महिलाओं की स्थिति में सुधारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। सरकार द्वारा उनके लिए कल्याणकारी कार्य भी किए जा रहे हैं। वर्तमान अध्ययन के आंकड़ों से पता चलता है कि मुस्लिम महिलाओं ने शिक्षा, व्यवसाय, राजनीति अन्य क्षेत्रों में अपना मुकाम हांसिल किया है। मुस्लिम महिलाओं के शैक्षिक स्तर और जागरूकता क¢ प्रसार से आने वाले समय में निश्चित रूप से भारतीय समाज में सशक्त भूमिका का निर्वहन करेगी।
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How to cite this article:
साबरीन फातिमा, सपना गहलोत. राजस्थान में मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों से संबंधित विश्लेषणात्मकअध्ययन. Int J Multidiscip Trends 2025;7(7):107-110.