मनु की दृष्टि में शिक्षा का महत्व
Author(s): आनन्द कुमार
Abstract: मनुस्मृति में शिक्षा को मानव जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग माना गया है। मनु ने शिक्षा को न केवल ज्ञानार्जन का साधन बताया है, बल्कि इसे व्यक्ति के चरित्र-निर्माण, नैतिक विकास, और धर्मपालन का आधार माना है। उनके अनुसार, शिक्षा का उद्देश्य केवल बौद्धिक विकास नहीं, बल्कि जीवन को अनुशासित, सुसंस्कृत और सदाचारयुक्त बनाना है। मनु के अनुसार शिक्षा का लक्ष्य केवल लौकिक ज्ञान प्राप्त करना नहीं, बल्कि आत्मा का शुद्धिकरण और मोक्ष की प्राप्ति है। शिक्षा से व्यक्ति में विवेक, संयम और सत्यनिष्ठा जैसे गुणों का विकास होता है।
मनुस्मृति में शिक्षा को मानव जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग माना गया है। मनु ने शिक्षा को न केवल ज्ञानार्जन का साधन बताया है, बल्कि इसे व्यक्ति के चरित्र-निर्माण, नैतिक विकास, और धर्मपालन का आधार माना है। उनके अनुसार, शिक्षा का उद्देश्य केवल बौद्धिक विकास नहीं, बल्कि जीवन को अनुशासित, सुसंस्कृत और सदाचारयुक्त बनाना है।
DOI: 10.22271/multi.2025.v7.i2c.814Pages: 207-210 | Views: 77 | Downloads: 30Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
आनन्द कुमार.
मनु की दृष्टि में शिक्षा का महत्व. Int J Multidiscip Trends 2025;7(2):207-210. DOI:
10.22271/multi.2025.v7.i2c.814