भूजल एवं वर्षा के मध्य सम्बन्ध का विश्लेषणः भरतपुर शहर
Author(s): सुश्री डॉली सिंह, डॉ. मो. कैश
Abstract: केन्द्रीय भू-जल बोर्ड के अनुसार राजस्थान में पिछले दो दशकों में जल पुनर्भरण के मुकाबले जल दोहन की दर 10 प्रतिशत अधिक बढ़ी है। राज्य का 60 प्रतिशत जल संसाधन अतिदोहन का शिकार हो चुका है, क्योंकि राज्य में जल दोहन की दर अधिक है जबकि जल के पुनर्भरण की दर निम्न बनी हुई है। जल के लगातार दोहन के कारण पिछले 20 वर्षों में जल स्तर 5 से 15 मीटर तक गिरा है। जिसका मानव, पारिस्थतिकी एवं कृषि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। वर्तमान में यह आवश्यक ही नहीं अपितु अनिवार्य हो गया है कि विकराल रूप धारण करती इस समस्या को शीघ्र नियंत्रित करके इसका चिरसम्मत व स्थायी समाधान खोजा जाये।
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How to cite this article:
सुश्री डॉली सिंह, डॉ. मो. कैश. भूजल एवं वर्षा के मध्य सम्बन्ध का विश्लेषणः भरतपुर शहर. Int J Multidiscip Trends 2024;6(4):47-50.