International Journal of Multidisciplinary Trends
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2023, Vol. 5, Issue 1, Part A

व्यावहारिकतावाद दर्शन का इतिहास एवं आधुनिक सन्दर्भ में इसकी परीक्षा


Author(s): डाॅ0 राम कुमार सिंह

Abstract: यावहारिकतावाद (Pragmatism) कोई विशेष दर्शन पद्धति (System) नहीं है, वह दर्शन के प्रति एक मानसिक अभिवृत्ति है, दार्शनिक समस्याओं को सुलझाने की एक विशेष प्रवृत्ति है। प्रैगमेटिक शब्द ग्रीक है जिसका अर्थ है क्रियात्मक, व्यवहारात्मक। अतः प्रैगमेटिज्म का अर्थ हुआ व्यावहारिकतावाद या अर्थक्रियावाद। इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रभम चाल्र्स पियर्स ने 1878 में किया था। विलियम जेम्स ने भी इसी शब्द को अपनाकर व्यावहारिकतावाद को विकसित रूप दिया। इस प्रवृत्ति में परम्परागत दार्शनिक मान्यताओं से संबंध-विच्छेद करने का आग्रह होता है और उसका विश्लेषण कर परिणाम तक पहुँचने का धैर्य नहीं रहता। यही नहीं, उसमें शताब्तियों की परम्परा को भंगकर मानव के मन का महत्व कम कर दिया गया है और डार्विन के बाद विकसित होने वाली जीव-विज्ञान संबंधी परिवर्तन तथा विकास की मान्यताओं को प्रमुख स्थान दिया गया है।

Pages: 68-70 | Views: 35 | Downloads: 15

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How to cite this article:
डाॅ0 राम कुमार सिंह. व्यावहारिकतावाद दर्शन का इतिहास एवं आधुनिक सन्दर्भ में इसकी परीक्षा. Int J Multidiscip Trends 2023;5(1):68-70.
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