भारत नेपाल संबंध
Author(s): आदर्श प्रसाद
Abstract: भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पारंपरिक,धार्मिक और आर्थिक स्तर पर गहरे और बहुआयामी संबंध हैं। संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य नेपाल के मध्य संबंध अनादि काल से है और यह घनिष्ठ ऐतिहासिक है। दोनों देश अपने राष्ट्रीय सुरक्षा व राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर स्वतंत्र रूप से बहुआयामी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय हितों का सर्वर्धन करने के लिए, सहयोग करने के लिए, एक साथ 1950 में हस्ताक्षरित भारत-नेपाल शांति और मित्रता संधि ने द्विपक्षीय संबंधों की नींव रखी। नेपाल ने 2019 में एक नया राजनीतिक मानचित्र प्रकाशित किया जिसमें उत्तराखंड में कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख के साथ-साथ सुस्ता (पश्चिम चंपारण जिला, बिहार) शामिल थे। इस मानचित्र ने भारत और नेपाल के बीच विवाद को जन्म दिया। वर्तमान में भारत को ज़रूरत है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद हल करने के लिए साझा व्यवस्था विकसित करे, ताकि मौजूदा हालात को बदल सके। सीमा विवाद हल करने की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जो नेपाल के साथ उठे विवाद जैसे मसलों को समझदारी और कुशलता से निपटा सकें। इससे भारत के एक ज़िम्मेदार क्षेत्रीय शक्ति होने की छवि को मज़बूती मिलेगी। भारत एक ऐसी शक्ति के तौर पर उभर सकेगा, जो विश्वसनीय भी है और अपने क्षेत्रीय पड़ोसियों की चिंताओं की अनदेखी भी नहीं करता हैं।
Pages: 118-121 | Views: 164 | Downloads: 45Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
आदर्श प्रसाद. भारत नेपाल संबंध. Int J Multidiscip Trends 2022;4(2):118-121.