चीन पाकिस्तान सहयोगः भारत एक निर्धारक की भूमिका में
Author(s): डॉ॰ मंजु चौधरी
Abstract: भारत एक शांतिप्रिय राष्ट है। इसके सबसे समीप पड़ोसी राष्ट्र पाकिस्तान और चीन है। दक्षिण एशिया में ये तीन राष्ट्र राजनीतिक, आर्थिक और अन्तर्राष्ट्रीय शांतिपूर्ण दृष्टि से सम्पूर्ण विश्व में बहुत बड़ा प्रभाव व महत्व रखते है। पाकिस्तान हमेशा से ही भारत से आगे बढ़ने की होड़ में सक्रिय रहता है तथा हमेशा से ही उसकी योजनाएं भारत विरोधी होती है। पाकिस्तान की इस योजना में उसे सशक्त राष्ट्र चीन का बड़ा सहयोग मिलता है तथा पाकिस्तान के सम्पूर्ण परमाणु कार्यक्रमों में चीन के सहयोग के बिना पाकिस्तान परमाणु कार्यक्रम की कल्पना भी नहीं कर सकता था। चीन-पाकिस्तान परमाणु सहयोग भारत के दोहरे खतरे को चिन्हित करता है- (क) आपातकालीन में पराजय की कगार की स्थिति में पाकिस्तान भारत के विरूद्ध चीन द्वारा प्रदत्त तकनीक का उपयोग कर सकता है तथा (ख) विदित है कि चीन और पाकिस्तान आपस में एक अच्छे दोस्त है। तथा पाकिस्तान भौगोलिक रूप से भारत से सटा हुआ है अतः अपने लक्ष्य को साधन में कोई त्रुटि न हो इसके लिए बीजिंग पाकिस्तान के क्षेत्र का उपयोग कर सकता है।
Pages: 65-69 | Views: 173 | Downloads: 67Download Full Article: Click HereHow to cite this article:
डॉ॰ मंजु चौधरी. चीन पाकिस्तान सहयोगः भारत एक निर्धारक की भूमिका में. Int J Multidiscip Trends 2020;2(1):65-69.